नफा नुकसान जो जिन्दगी में ना हो ,
तो क्या कोई रिश्ते पनप पायेगे ??
ना कोई नींद प्यारी होगी ...कभी
और ये बाते भी अधूरी सी हो जाएगी |
क्या सहारा , क्या साथ देना ....
और जीना तो एक एहसान सा होगा |
जागते-जागते लोगो की नींद कटेगी ..
और दबी बात ना कहीं, ना सुनी जाएगी |
नज़रों से झलकता अश्क ना होगा ...
तब उम्र एक पहेले सी होगी ...
साँस लेने की फरियाद करना भी ,
एक बेबसी ही होगी ...... |
कविता के भाव कुछ कन्फियूस कर रहे हैं.....
ReplyDelete:-)
अनु
बहुत बढ़िया ...
ReplyDeleteइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - सच्चा प्यार चाहिए या नानवेज जोक..... ड़ाल करें - ब्लॉग बुलेटिन
bahut sundar rachna he...pic kuchh art hai...:)
ReplyDeletekuchh baki hai talash me abhi