जो फुल ना हो हाथो में ,
फिर भी चाहत ये है ..
की शब्दों से ही सहीं |
आपके जीवन में "
ख़ुशी के रंग भर दूँ ...|
जो लिख रहीं हूँ ...
वो सिर्फ बाते नहीं है |
दिल की कलम से
निकले ...शब्द है ...|
जो जग रहे थे ...
तो बंद थी आँखों ..|
जो अब सोना चाहते है ..
तो आँखे खुलती नहीं है |
अब तो ना दिन ख़ुशी देता है ...
ना रात कोई गीत सुनाती है |
आज हँसू , तो हँसू कैसे ... ??
जब कोई भी हँसाती हुई बात ...
सिर्फ चुभ ही जाती है ...... |
कैसे कहूँ अपनी व्यथा ??
जो कमी होती है, कुछ हमेशा ..
कम पड़ जाता है वो दर्द ..."
वो ऐहसासों में छुपा....
" तेरा - मेरा प्यार " |
फिर भी चाहत ये है ..
की शब्दों से ही सहीं |
आपके जीवन में "
ख़ुशी के रंग भर दूँ ...|
जो लिख रहीं हूँ ...
वो सिर्फ बाते नहीं है |
दिल की कलम से
निकले ...शब्द है ...|
जो जग रहे थे ...
तो बंद थी आँखों ..|
जो अब सोना चाहते है ..
तो आँखे खुलती नहीं है |
अब तो ना दिन ख़ुशी देता है ...
ना रात कोई गीत सुनाती है |
आज हँसू , तो हँसू कैसे ... ??
जब कोई भी हँसाती हुई बात ...
सिर्फ चुभ ही जाती है ...... |
कैसे कहूँ अपनी व्यथा ??
जो कमी होती है, कुछ हमेशा ..
कम पड़ जाता है वो दर्द ..."
वो ऐहसासों में छुपा....
" तेरा - मेरा प्यार " |
Bahut hi maarmik bhaav.....daad qabool farmaaiyega
ReplyDeleteधन्यवाद |
Deleteवाह यार बहुत आच्छे
ReplyDeleteजो जग रहे थे ...
ReplyDeleteतो बंद थी आँखों ..|
जो अब सोना चाहते है ..
तो आँखे खुलती नहीं है |
very nice expressions .thanks
धन्यवाद |
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