ये क्या हुआ है मुझकों ??
सच कहूँ , ऐसा तो कुछ भी नहीं |
जैसे पहले थे-वैसे हीं, आज भी जि रहें है |
सुबह पहले - पहल उठते है, सबसे ख़ुशी से मिलते है ...
अपनी मायूसी - मासूमियत से ढकते है |
जब मौका मिलें तो, दिल खोलकर हँसते है |
मेरे हँसते हुए चेहरे से ,
इत्तेफाक कोई ना रखें तो क्या ??
हँसकर कहते है, कुछ गिर-गया है शायद |
सुबह से देखों आँखें लाल-लाल हो रहीं है ...|
पता नहीं ये कब तक चुभेगा,
सोचती हूँ आँखें हीं बंदकर लूँ ,
तो दर्द भी कम हो जायेगा |
सच है समय के साथ चल चुकें है ,
नहीं रुकें है, किसी के इंतजार में |
जिन्दगी में बहुत से झटके आयें
पर इन झटकों का हिसाब कभी किया नहीं ...
लेकिन आज उन झटकों को याद करने लगें, जब |
तो सबने बारी-बारी कहा,
अब हमारी याद कैसे आ गयी ??
हमनें तो तुझें इतना ज्यादा दर्द कभी दिया नहीं |
आज तूं इतनी बेबश कैसे हो गयी ??
जो हमसें ज़हर मांगने आयी है |
चली जा यहाँ से हमें नीचा ना कर,
तूं चाहती है जो दर्द ...
वो हम चाहकर भी ना देंगे |
तेरी सज़ा यहीं है जब तक ज़ी रहीं है,
उसें याद करना ??
तब तेरी दवा और दर्द साथ-साथ होगा |
सच कहूँ , ऐसा तो कुछ भी नहीं |
जैसे पहले थे-वैसे हीं, आज भी जि रहें है |
सुबह पहले - पहल उठते है, सबसे ख़ुशी से मिलते है ...
अपनी मायूसी - मासूमियत से ढकते है |
जब मौका मिलें तो, दिल खोलकर हँसते है |
मेरे हँसते हुए चेहरे से ,
इत्तेफाक कोई ना रखें तो क्या ??
हँसकर कहते है, कुछ गिर-गया है शायद |
सुबह से देखों आँखें लाल-लाल हो रहीं है ...|
पता नहीं ये कब तक चुभेगा,
सोचती हूँ आँखें हीं बंदकर लूँ ,
तो दर्द भी कम हो जायेगा |
सच है समय के साथ चल चुकें है ,
नहीं रुकें है, किसी के इंतजार में |
जिन्दगी में बहुत से झटके आयें
पर इन झटकों का हिसाब कभी किया नहीं ...
लेकिन आज उन झटकों को याद करने लगें, जब |
तो सबने बारी-बारी कहा,
अब हमारी याद कैसे आ गयी ??
हमनें तो तुझें इतना ज्यादा दर्द कभी दिया नहीं |
आज तूं इतनी बेबश कैसे हो गयी ??
जो हमसें ज़हर मांगने आयी है |
चली जा यहाँ से हमें नीचा ना कर,
तूं चाहती है जो दर्द ...
वो हम चाहकर भी ना देंगे |
तेरी सज़ा यहीं है जब तक ज़ी रहीं है,
उसें याद करना ??
तब तेरी दवा और दर्द साथ-साथ होगा |
मर्मस्पर्शी
ReplyDeleteडॉ. मोनिका शर्मा ज़ी धन्यवाद |
Deleteसुंदर अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteसुशील कुमार जोशी ज़ी धन्यवाद |
Deletebahut sundar rachnayen hain aapke blog kee . dhanywaad aapke comment hetu !!
ReplyDeleteधन्यवाद PITAMBER DUTT SHARMA ज़ी |
Deleteबहुत सुन्दर....बहुत कोमल भाव...
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