हर हवा के झोको को....
तेरी यादो से जोड़ने में ,
हमें बड़ा मजा आता है |
कभी -कभी ये लगता है ....
की तुम मुझे हवाओ के जरिये
मुझे छुकर जाते हो |
हाँ ये सच है ,
की मैं तुम्हे रात-दिन ,
बस तुम्हे चाहती हूँ |
बस बताती नहीं हूँ ,,,
ये मेरी खता है |
मेरी बेकरारी के मजे ,
तुम खूब उठाते हो |
सच तो ये है , की यूँ
बेक़रार रहने मैं हमे भी
मजा आता है |
वाह
ReplyDeleteक्या बात है.....
क्या बात है बहुत खूब!
ReplyDelete-----
जो मेरा मन कहे पर आपका स्वागत है
बहुत सुन्दर , खुमार में डूबी रचना .
ReplyDeletenice post
ReplyDeleteप्यार को समर्पित कविता ...सुंदर
ReplyDeleteWah! kya baat hai....
ReplyDeleteye Bekarari adbhut hai....
www.poeticprakash.com
हाँ ये सच है ,
ReplyDeleteकी मैं तुम्हे रात-दिन ,
बस तुम्हे चाहती हूँ |
बस बताती नहीं हूँ ,,,
ये मेरी खता है |
मन के सीधे सच्चे भाव....
dhanywad aap sabhi ka
ReplyDeleteबहुत सुंदर, बेहद खूबसूरत !
ReplyDeleteशुभकामनाएं !
मेरे मचान पर आपका स्वागत है
ReplyDeleteआपका बहुत आभार
ReplyDeleteवाह ... बहुत खूब ...इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बधाई ।
ReplyDeletedhaywad ji ....
ReplyDeleteखूबसूरत एहसास .....
ReplyDeletebahyt sundar
ReplyDeletesundar rachna...
ReplyDeletewelcome to my blog :)
sundar bhav or pyari rachana ..
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