जो गई मैं
उनकी गली
बनकर एक
मनचली |
मुझे पता ही नहीं
मुझे ये .....
क्या हो गया ??
उनकी गली में
दिल खो गया |
प्यार के रस्ते
चलते-चलते
जाने मैंने कैसी
फिसलन पाई |
फिसली मैं ...
और मेरे दिल की
हालत बिंदिया सी
हो आई |
पल भर के लिए
खुभ चमकी ,
फिर ना जाने
कहा भूल आयी |
हमे पता है ,
किसने छुपा रखा है ,
उसे |
पर अब हम
वापस नहीं
मांगना चाहते है ,
इसे |
उनकी गली
बनकर एक
मनचली |
मुझे पता ही नहीं
मुझे ये .....
क्या हो गया ??
उनकी गली में
दिल खो गया |
प्यार के रस्ते
चलते-चलते
जाने मैंने कैसी
फिसलन पाई |
फिसली मैं ...
और मेरे दिल की
हालत बिंदिया सी
हो आई |
पल भर के लिए
खुभ चमकी ,
फिर ना जाने
कहा भूल आयी |
हमे पता है ,
किसने छुपा रखा है ,
उसे |
पर अब हम
वापस नहीं
मांगना चाहते है ,
इसे |
वाह ... बहुत खूब ...
ReplyDeleteधन्यवाद आपका
ReplyDeleteवाह! भई क्या बात है!!!
ReplyDeleteसीधी सादी बात प्यार हो गया हैं :):)
ReplyDeleteWaah. . . !! Sunder geet.
ReplyDeleteधन्यवाद आप सभी का जी ....
ReplyDeletemujhe pata hi nahi mujhe ye kya ho gaya.... bahut khoob.
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