इस हंसी रात में जो कुछ माँगू,
तो माँगू सिर्फ तुम्हारा साथ |
और जो अगर कुछ देखना चाहू ,
तो देखू मुझसे जुदाई का गम
आपकी भी आँखों में |
यु आपको रुलाकर मेरा दिल
कभी-भी शुकून नहीं पायेगा |
बस इतनी सी आरजू है मेरी ,
की चलो इस बहाने कम -से -कम
आपकी आँखों से निकली ,
आंसू की छोटी सी बूंद से ही ,
आपकी जुदाई का सारा गम ...
भर जायेगा |
बहुत खूब!
ReplyDeleteसादर
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जो मेरा मन कहे पर आपका स्वागत है
आपका बहुत आभार ....
ReplyDeleteबेहद ख़ूबसूरत और उम्दा
ReplyDeleteधन्यवाद संजय भास्कर जी...
ReplyDeleteकी चलो इस बहाने कम -से -कम
ReplyDeleteआपकी आँखों से निकली ,
आंसू की छोटी सी बूंद से ही ,
आपकी जुदाई का सारा गम ...
भर जायेगा |
खूबसूरती से लिखी हुई सुन्दर रचना
गहरे अहसास।
ReplyDeleteसुंदर रचना।
sundar rachna, shubhkaamnaayen.
ReplyDeleteबस इतनी सी आरजू है मेरी ,
ReplyDeleteकी चलो इस बहाने कम -से -कम
आपकी आँखों से निकली ,
आंसू की छोटी सी बूंद से ही ,
आपकी जुदाई का सारा गम ...
भर जायेगा |
आंसुओं के साथ मन दर्द भी बह जाता है...... बेहद सुंदर
bahut sundar rachna, bahut hi achchhe bhav
ReplyDeletesundar ehsaas.bhaavpoorn rachna.
ReplyDeletebehad sundar likha hai...
ReplyDeleteसुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति..
ReplyDeleteखुबशुरत भावपूर्ण सुंदर रचना लिखने की बहुत२ बधाई,...निरंतर इसी तरह लिखती रहे मेरी शुभकामनाए आपके साथ है,.बढ़िया पोस्ट....
ReplyDeleteमेरी नई पोस्ट के लिए काव्यान्जलि मे click करे
आप सभी का बहुत-बहुत आभार ...
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