यूँ तो इसमें कुछ नया नहीं ..
वही एक लड़की ,लड़के की
जिती जगती प्रेम कहानी है ,बस |
पर इस प्रेम कहानी में
जिना जितना है मुश्किल |
उतना ही मुश्किल है ,
उसे दो लब्जो में कहना |
मैं क्या कहूँ
ये तो मेरी ही प्रेम कहानी है
जिसका हर लम्हा ...
है सबसे अनजाना |
ये मेरा अहसास ,
कब यादों में बदल जाता है |
अब तो मेरा दिन क्या रात क्या
उनका चेहरा ही सब कुछ
बन जाता है |
ये तड़प, ये फासले
मुझे उनसे
दुरी की याद दिला
जाते है |
पर क्या करू प्यार के
अलावा |
मुझे और भी ज्यादा ---
प्यार करना सिखा जाते है |
वही एक लड़की ,लड़के की
जिती जगती प्रेम कहानी है ,बस |
पर इस प्रेम कहानी में
जिना जितना है मुश्किल |
उतना ही मुश्किल है ,
उसे दो लब्जो में कहना |
मैं क्या कहूँ
ये तो मेरी ही प्रेम कहानी है
जिसका हर लम्हा ...
है सबसे अनजाना |
ये मेरा अहसास ,
कब यादों में बदल जाता है |
अब तो मेरा दिन क्या रात क्या
उनका चेहरा ही सब कुछ
बन जाता है |
ये तड़प, ये फासले
मुझे उनसे
दुरी की याद दिला
जाते है |
पर क्या करू प्यार के
अलावा |
मुझे और भी ज्यादा ---
प्यार करना सिखा जाते है |
हां ये मेरी ही प्रम कहानी है .... बहुत खूब
ReplyDeletethanks ji aabhar
ReplyDeleteप्यार ऐसा ही होता है.....
ReplyDeleteसुंदर रचना।
bahut bahut aabhar ji
ReplyDeleteखूबसूरत। काव्य कौशल की झलक प्रभावशाली है
ReplyDeleteसुन्दर रचना, मुग्ध करते भाव, सादर.
ReplyDeleteपधारें मेरे ब्लॉग पर भी, आभारी होऊंगा.
Waah Kamaal ki rachna...
ReplyDeleteBahut aabhaar..!
प्रेम कहानी में ऐसा ही होता है,....खुबशुरत रचना,....
ReplyDeleteमेरे पोस्ट के लिए "काव्यान्जलि" मे click करे
वाह ...बहुत खूब ।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आप सभी का जी ....
ReplyDeletebahut sundar bhavabhivykti...
ReplyDeletedhanywad ji
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