हुसन और इश्क की दीवारे ,
किसी ज़िद को रोक ना पाएगी |
जिसे जाना है , वो जाये ....
हम तो खुश है , उसकी हंसी से |
रूठने का एब, अब फिजूल लगता है ,
अब तो बस उन्हीं यादों का सहारा है
वरना हम कब के मिट चुके है ,
किसी के इंतजार में |
वक़्त की कैद में जिन्दगी खो गयी ,
हम अब तो जिन्दा है ,
आखिर मोंत का इंतजार करके |
सच है की जाते हुवे कों कोई नहीं रोक सकता ... पर उसके साथ जिंदगी भी चली जाय ... ये अच्छा नहीं ...
ReplyDeleteवक़्त की कैद में जिन्दगी खो गयी ,
ReplyDeleteहम अब तो जिन्दा है ,
आखिर मोंत का इंतजार करके |
सुंदर प्रस्तुति ,,,,,
MY RESENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,
dhanywad aap ka...
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