ताजा गिरे पतों ने होले से ..
तेरे आने की दस्तक दी है ,
बेहकते हुए अरमानो ने ..
चुपके से प्यार की मदिरा ,
भी मुझ पर छलका दी है |
ये हसीं वादियाँ ...
सिर्फ तेरे लोट आने से हसीं
हुई है ...
जो तुम नहीं थे ,
तो कुछ भी हसीं नहीं था |
जाने कोई अजनबी क्यों ...??
खास हो जाता है ..
देखो ना, पास-ना होते हुए भी ,
प्यार का मीठा, एहसास दे जाता है |
खूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत प्यारे से एहसास से सराबोर पंक्तियाँ सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
सुन्दर अहसास लिए...
ReplyDeleteकोमल भाव लिए.....
सुन्दर , प्यारभरी रचना...
:-)
आप सभी का बहुत आभार ...
ReplyDeleteदेखो ना, पास-ना होते हुए भी ,
ReplyDeleteप्यार का मीठा, एहसास दे जाता है |
भावों की सुंदर प्रस्तुति
सहर्ष धन्यवाद ...
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