Thursday, June 21, 2012

प्यार का मीठा, एहसास ...

ताजा गिरे पतों ने होले से ..
तेरे आने की दस्तक दी है ,
बेहकते हुए अरमानो ने ..
चुपके से प्यार की मदिरा ,
भी मुझ पर छलका दी है |

ये हसीं वादियाँ ...
सिर्फ तेरे लोट आने से हसीं
हुई है ...
जो तुम नहीं थे ,
तो कुछ भी हसीं नहीं था | 

जाने कोई अजनबी क्यों ...??
खास हो जाता है ..
देखो ना, पास-ना होते हुए भी ,
प्यार का मीठा, एहसास दे जाता है |  

7 comments:

  1. बहुत प्यारे से एहसास से सराबोर पंक्तियाँ सुन्दर प्रस्तुति

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  2. बहुत ही बढ़िया


    सादर

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  3. सुन्दर अहसास लिए...
    कोमल भाव लिए.....
    सुन्दर , प्यारभरी रचना...
    :-)

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  4. आप सभी का बहुत आभार ...

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  5. देखो ना, पास-ना होते हुए भी ,
    प्यार का मीठा, एहसास दे जाता है |

    भावों की सुंदर प्रस्तुति

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  6. सहर्ष धन्यवाद ...

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