तुम मिले तो इंतजार है मुझे ,
मेरी मन्नतों का ...
की भी अब वो भी पूरी होगी |
नजरों से नजर मिला ले ...जो रब
तो कह दूँ ...उसे ...
की किसी ने तो ख्याल रखा है |
मेरे " ख्वाबों " को पूरा होते देखूं
अब यहीं हसरत है ....
ना नींद है , आँखों में ..
उन्हें तो हर राहों में लगा रखा है |
जाने वो कब आ जाये ...
और मेरी नज़र ...
उनकी पहली छलक ..
को सबकी नजरों से बचा पाये |
जाने वो कब आ जाये ...
ReplyDeleteऔर मेरी नज़र ...
उनकी पहली छलक ..
को सबकी नजरों से बचा पाये |वाह क्या बात है .......
धन्यवाद JANMJAY JI
ReplyDeletekya bat he madam ji aj gajb kar diya apne
ReplyDeletethanks uday ji
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति .....उम्दा पंक्तियां
ReplyDeleteनजरों से नजर मिला ले ...जो रब
तो कह दूँ ...उसे ...
की किसी ने तो ख्याल रखा है |
मेरे " ख्वाबों " को पूरा होते देखूं
अब यहीं हसरत है ....
ना नींद है , आँखों में ..
उन्हें तो हर राहों में लगा रखा है |
मेरे " ख्वाबों " को पूरा होते देखूं
ReplyDeleteअब यहीं हसरत है ....
ना नींद है , आँखों में ..
उन्हें तो हर राहों में लगा रखा है ..
क्या बात है ... आँखों कों उनकी रह में लगा रखा है ...
बहुत सुन्दर भावप्रणव रचना!
ReplyDeleteइसको साझा करने के लिए आभार!
धन्यवाद डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) ji & दिगम्बर नासवा ji
ReplyDeleteधन्यवाद बिखरे हुए अक्षरों का संगठन ji
ReplyDeleteजाने वो कब आ जाये ...
ReplyDeleteऔर मेरी नज़र ...
उनकी पहली छलक ..
को सबकी नजरों से बचा पाये |
मन के भावों का सुंदर संम्प्रेषण,,,,
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