जो चलो लड़-खडाके ,
हिम्मत जो करो, मजबूर होकर ...
तो मंजिल की चाहत में ना चलना ,
जिन्दगी में ....
उसे तो -- तुम्हें है.... दैड़ के पाना |
जो अब तनहाइयों का साथ है ....
और आराम की जिन्दगी एक ख्वाब ..
तो मुश्किलों को घर की छत मानकर ,
बेहद समालकर, उम्मीद लिए बुने जा |
आज जो वक़्त तेरा नहीं ,
तो ग़मों में इंतजार कर ,
ये काला अँधेरा तुझे,
जिन्दगी जीना सिख लाएगा ..|
और जब तेरा भी वक़्त आएगा,
तब तू भी बन मजबूत ....
सफलता की सीड़ियाँ चढ़ता जायेगा |
himmat rakhne wale kabhi harte nhi ha nice line dear
ReplyDeleteऔर जब तेरा भी वक़्त आएगा,
ReplyDeleteतब तू भी बन मजबूत ....
सफलता की सीड़ियाँ चढ़ता जायेगा,,,
हौसला और धैर्य रखना चाहिए,वक्त जरूर आएगा,,,,
RECENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: आश्वासन,,,,,
kya bat..............
ReplyDeletekya bat.........................
kya bat.....................................
धन्यवाद आप सभी का बहुत - बहुत आभार ...
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