Monday, June 25, 2012

हिम्मत जो करो, मजबूर होकर ...


जो चलो लड़-खडाके ,
हिम्मत जो करो, मजबूर होकर ... 
तो मंजिल की चाहत में ना चलना  ,
जिन्दगी में .... 
उसे तो -- तुम्हें है.... दैड़ के पाना |


जो अब तनहाइयों का साथ है ....
और आराम की जिन्दगी एक ख्वाब ..
तो मुश्किलों को घर की छत मानकर ,
बेहद समालकर, उम्मीद लिए बुने जा  |


आज जो वक़्त तेरा नहीं , 
तो ग़मों में इंतजार कर ,
ये काला अँधेरा तुझे, 
जिन्दगी जीना सिख लाएगा ..|
और जब तेरा भी वक़्त आएगा, 
तब तू भी बन मजबूत ....
सफलता की सीड़ियाँ चढ़ता जायेगा |

4 comments:

  1. himmat rakhne wale kabhi harte nhi ha nice line dear

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  2. और जब तेरा भी वक़्त आएगा,
    तब तू भी बन मजबूत ....
    सफलता की सीड़ियाँ चढ़ता जायेगा,,,

    हौसला और धैर्य रखना चाहिए,वक्त जरूर आएगा,,,,

    RECENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: आश्वासन,,,,,

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  3. kya bat..............

    kya bat.........................

    kya bat.....................................

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  4. धन्यवाद आप सभी का बहुत - बहुत आभार ...

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