Friday, December 16, 2011

क्या कल आप हमे भूल जाओगे ???

जो देखोगे मेरी आँखे ,
पाओगे उन्हें ...
अब तो मेरी आँखे , 
उनके लिए काँटों को ,
चुनने का काम करती है |

अब कुछ पुकारू तो ,
उनका नाम ही जुबान पर
आता है |
अब तो सुबह क्या शाम क्या
उनका के नाम ही जीवन सा
होता जाता है |

क्या देखू , उनकी तश्वीर ??
उनको तो पलकों में सजाया है हमने ,
अब तो जीना क्या मारना क्या ??
उनकी हर यादो को जीवन सा
सुन्दर सजाया है , हमने |
जो सोचोगे इसमें सिर्फ सुन्दरता है ,
तो खूब मुस्कुराओगे ,
आज मैं जी रही हूँ , उनकी यादो से
क्या कल आप हमे भूल जाओगे ???

10 comments:

  1. Kabhi na bhulenge tumko

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  2. उनकी हर यादो को जीवन सा
    सुन्दर सजाया है , हमने |
    जो सोचोगे इसमें सिर्फ सुन्दरता है ,
    तो खूब मुस्कुराओगे ,
    आज मैं जी रही हूँ , उनकी यादो से
    क्या कल आप हमे भूल जाओगे ???
    बहुत सुन्दर.

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  3. प्रेम का अतिरेक प्रकट करती सुंदर, भावमयी रचना.
    तश्वीर(W) * तस्वीर(R)

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  4. धन्यवाद जी ...आप सभी का आभार

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  5. वाह ...बहुत खूब ।

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  6. खूबसूरत रचना...
    सादर..

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  7. बहुत ही अच्‍छी कविता लिखी है
    आपने काबिलेतारीफ बेहतरीन


    SANJAY KUMAR

    http://sanjaybhaskar.blogspot.com

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