Wednesday, December 28, 2011

कैसी ये जुदाई है .....

जो दिल डूबे 
उदासी में |
आँसू छुटे, 
आँखों से |
पर प्यार 
छुट ना पाये |

जो गहरी सांसे 
मैं ले लू .....
उनकी यादों में |
उनका हाथ ,
ना हो ....
हाथो में |

पर उनका साथ 
ना होते हुए भी 
कुछ देर तो ,
उन्हें पालू |

यूँ तड़पते हुए 
तो कोई मजा 
नहीं आता |

पर इस सजा का 
शबब कुछ समझ 
भी नहीं आता |

23 comments:

  1. बहुत सुन्दर भावपूर्ण !

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  2. यूँ तड़पते हुए
    तो कोई मजा
    नहीं आता |

    पर इस सजा का
    शबब कुछ समझ
    भी नहीं आता |

    ak gahari abhivykti ....badhai Point ji .. bhavnaon jwar apke shabdo ke chayan me poori tarah dikhta hai .

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  3. दिल है उदास,आँखों में अश्क,फिर भी न छूटे प्यार अगर।
    क्या खूब लिखा है,वाह वाह.....................
    हो याद यार, गहरी साँसें, हाथों में न हो हाथ मगर।
    क्या खूब लिखा है,वाह वाह.....................
    मजा न है इस तड़फन में, उसको पालूँ, हो साथ न पर।
    क्या खूब लिखा है,वाह वाह.....................
    जो सजा मिली,कोई खता न की,समझ न आता सबब नजर।
    क्या खूब लिखा है,वाह वाह.....................

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  4. रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।

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  5. गहरी अभिव्‍यक्ति।
    सुंदर प्रस्‍तुतिकरण।

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  6. बहुत सुंदर रचना,.....बेहतरीन पोस्ट
    नए साल की बहुत२ शुभकामनाये बधाई,...

    नई पोस्ट --"काव्यान्जलि"--"नये साल की खुशी मनाएं"--click करे...

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  7. बहुत खूब, बधाई.
    नूतन वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ मेरे ब्लॉग "meri kavitayen " पर आप सस्नेह/ सादर आमंत्रित हैं.

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  8. आपका पोस्ट बहुत ही अच्छा लगा .। मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाए ।

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  9. vah point ji bahut hi sundar rachana ....abhar.

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  10. अच्छा लिखा ....
    बहुत सारी शुभकामनायें......
    मेरा ब्लॉग ज्वाइन करने के लिए इस लिंक पर जायें.
    http://dilkikashmakash.blogspot.com/

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  11. सुंदर प्रस्‍तुतिकरण
    बहुत सारी शुभकामनायें.

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  12. यूँ तड़पते हुए
    तो कोई मजा
    नहीं आता |
    पर इस सजा का
    शबब कुछ समझ
    भी नहीं आता |
    vaah;;;;
    kya baat hai;
    only a brilliant mind can express such a high thought in such a few words;;

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  13. bahut hi behtareen rachna hai....bdhai...pahli baar blog par aana hua,achcha lga yhan aakar....

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  14. यूँ तड़पते हुए
    तो कोई मजा
    नहीं आता |

    पर इस सजा का
    शबब कुछ समझ
    भी नहीं आता |

    बहुत ही लाजवाब पोस्ट...उम्दा
    मैं आपको मेरे ब्लॉग पर सादर आमन्त्रित करता हूँ.....

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  15. बहुत ही सुन्दर दिल को छू लेनेवाले भाव:-)
    बहुत ही बेहतरीन अभिव्यक्ति:-)

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